कभी घर से बाहर भी निकले तब आपको पता चलेगा कि आपके समाज मे किस-किस तरह के बुद्धिजीवी रहते है।
कभी बुद्धिजीवियों के बीच मे बैठ कर देखिएगा बड़ा मजा आएगा।
खासकर उस तरह के बुद्धिजीवियों के बीच मे जिन्होंने लगभग अपनी जिंदगी गुजार ली है।।
वाकया ये है कि मैं पार्क में बैठा था लोगो की चहलकदमी बंद सी हो गई थी क्योंकि सूर्य की किरणों ने पूर्णतया पार्क को अपने आगोश में ले लिया था । छांव ढूंढ कर में एक जगह बैठा जंहा पहले से दो व्यक्ति बैठे थे।
मैं अपने मोबाइल में लगा हुआ था और वो दोनों आपस मे बात कर रहे थे कि तीसरे आदमी ने भी उनदोनों का ग्रुप जॉइन किया उनके जुड़ते ही मेरा ध्यान अब उन तीनों की ओर गया।।
और मियां क्या हाल है सब खैरियत है,
हां सब खैरियत है।
ये तीनों 3 स्टेट का प्रतिनिधित्व करते थे एक U.P से और दूसरे जम्मू-कश्मीर से ओर तीसरे गुजरात से।
U.P वाले ने बोलना शुरू किया- अमेरिका पगला गया है,ईरान के ऊपर पांबन्दी लगा दिया है,चीन ओर भारत बोला है कि हम ईरान से तेल खरीदेंगे चाहे जो भी हो जाये।
अब मेरा ध्यान पूर्णतया उनलोगों की और गया क्योंकि वो अब इंटरनेशनल लेवल की बात कर रहे थे।।
उन्होंने बोलना शुरू किया अमेरिका को जो मन में आता है साला वो करता है।
ईरान से समझौता हुआ था ट्रम्प कार्ड ने तोड़ दिया।ईरान को भी सद्दाम हुसैन की तरह बर्बाद कर देना चाहता है।
मगर ये नही होगा क्योंकि सऊदी अपने यंहा परमाणु संयंत्र लगा रहा है वो अमेरिका गिड़गिड़ा रहा है मत लगाओ-मत लगाओ।
मेरा ध्यान तो अब ओर उनकी ओर चला गया क्योंकि इतनी अंदर की बात इनसे जो सुनने को मिल रहा था।।
तब तक यादव जी भी आये सलाम अदाब किये और बीच मे बैठा गए।
U.P वाले ने फिर दूसरा टॉपिक उठाया तुर्की ने सारे मुसलमान देश को एक होने को कहा है जिससे अमेरिका का कुछ न चले क्योंकि अमेरिका ने इजरायल को बढ़ावा दे रहा है,बीच मे यादव जी बोले हां नाजायज औलाद जो है।
U.P वाले ने फिर बोलना शुरू किया इस बार इजरायल का खात्मा हो जाएगा क्योंकि इस बार रूस,चीन सब मुस्लिम देश उसका नास्तेनुबूत कर देगा सब फिलिस्तीन का साथ देगा,इजारयल बहुत फड़फड़ा रहा है,युद्ध मे पाकिस्तान ईरान भी साथ देगा बीच मे यादव जी बोले भारत नही देगा बाकियों ने भी हां में हां मिलाया ओर बोला हां भारत नही देगा।
हिटलर तो खत्म ही कर दिया था सबकों न जाने कैसे ये लोग बच गया साला,इन सबका खत्म होना जरूरी है।।
यादव जी ने बीच मे बोला सुना है इमरान खान ने इस्तीफा दे दिया है क्या ये सच है क्या,मुझे भी आश्चर्य लगा मगर UP वाले साहब ने मुझे संभाला क्योंकि उन्होंने कहा उसे कौन हटाएगा आर्मी का सपोर्ट है उसको। यादव जी ने कहा वही तो मुझे भी आश्चर्य लगा चीन भी बहुत ज्यादा इन्वेस्ट कर रहा है मगर पाकिस्तान बोला है कि अब एक भी पैसा नही लौटाएंगे ओर CPEC समझौता तोड़ लेंगे क्योंकि चीन शुरुआत में बोला था ढेर सारे रोजगार मिलेंगे मगर कुछ नही मिला सारे आदमी को चीन से ही लाया पाकिस्तानी सिर्फ सड़क के किनारे गाड़ी का पंचर बना रहे है।।
UP वाले ने कहा पाकिस्तान अगर चाहे तो सारा पैसा वापस कर सकता है।मुझे बड़ा आश्चर्य हुआ क्योंकि उसे अभी खाने के लाले पड़े हुए है और वो सारा पैसा चुका देगा कैसे-क्योंकि पाकिस्तान में बहुत बड़ा तेल का खादान मिला है इतना बड़ा की वो उसे बेच कर आसानीसे चुका देगा।मगर मैंने तो सुना था पढ़ा था कि जितना खर्च किया गया उतने का भी तेल जमीं के अंदर नही मिला।
मेरा दिमाग अब काम नही कर रहा था, मन कर रहा था बीच मे बोलू मगर चुप रहना ही बेहतर समझा।सबसे बड़ा झटका तो यादव जी का बात सुनकर लगा-
यादव जी बोले जो वायुसेना का विमान गायब हुआ था वो मिल गया क्योंकि चीन ने उसे पकड़े हुआ है।
मैं सन्न रह गया ये खबर इन्हें कैसे पता चला।
उन्होंने आगे बोलना शुरू किया चीन उन सेनाओं को पकड़कर उससे गुप्त जानकारी उगलवा रहा है,ये बात पता चलते ही भारतीय सेना ने उनके 200 से ज्यादा जवान को मार गिराया।।
मैं तो होश ही खो बैठा,इतनी बड़ी घटना हुई हमें पता तक नही,सिर्फ हमें ही नही?
लगता है सिर्फ उन्ही को पता था ये खबर।
मैं अब चुप नही रहना चाहता था में चाहता था मैं भी इनके ज्ञान कुंभ में कूद जाऊ, मगर मेरे मन ने मुझे समझाया मत कूद ।।
UP वाले ताऊ ने फिर बोलना शुरू किया उन्होंने कहा इस बार भारत पाकिस्तान के रिस्ते अच्छे हो जाएंगे।
अब तक जो जम्मू-कश्मीर वाले काका जो बैठे थे उन्होंने कहा होना भी चाहिए पहले हमलोग काम करने के लिए इधर से उधर जाया करते थे एक दुसरे से मिला करते थे,हमदोनों का आपस में शादी भी हुआ करता था भले देश अलग हुआ था मगर दिल मिले हुए थे,अभी भी है।।
UP वाले अंकल ने कहा कारण ये है कि पहले पैसा नही था ज्यों-ज्यों पैसा आया त्यों-त्यों दीवाल घेरते गए बाड़े लगाते गए एक दूसरे से अलग होते गए।
मगर कब तक अलग रह सकता है दो भाई ।कुछ सालों के बाद फिर तो मिलना ही पड़ता है।
ये बात दिल को छू गई।।
इतनी बड़ी बहस में सबसे महत्वपूर्ण बात यही थी।।
तब तक गुजरात वाले चाचा जो अब तक मौन थे उनके मोबाइल की घंटिया बजनी शुरू हुई और उन्होंने अपने मित्रों से कहा साढ़े 9 बज गए अब निकलता हूं।।
मैं भी सोचा अब निकल ही जाऊ कुछ अच्छी यादों को लेकर।।
मन में ढेर सारे विचार उमड़ रहे थे और ये सोच कर हम आगे बढ़ते गए की इस तरह के बुद्धिजीवी वर्ग का भी होना जरूरी है।क्योंकि??