कैसे कहूँ माँ..
मैं अपनी असफलता के लिए खुद ही जिम्मेदार हूँ।
तू भोली है,तू निश्छल है..
तुझे कैसे समझाऊँ माँ,
मैं अपनी असफलता के लिए खुद ही जिम्मेदार हूँ।।
वो भगवान,वो इंसान क्या करेगा माँ,
जिसे तुम कोसती हो,
क्योंकि मैं अपनी असफलता के लिए खुद ही जिम्मेदार हूँ।
मैं तुम्हारी व्यथा को उस तरह नही समझ सकता माँ, जिस व्यथा से तुम गुजर रही होगी..
मगर मैं ये जानता जरूर हूँ, मेरी असफलता से सबसे ज्यादा तुम्ही दुखी हो..माँ।।
मैं अपनी असफलता के लिए खुद ही जिम्मेदार हूँ, माँ..।
इन असफलता को सफलता मैं बदलूंगा जरूर माँ.. ।।
बस तुम मत उदास हो..।।
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