कमियां हरेक इंसान में होती है..उसे स्वीकार करें.. क्योंकि..
कमियां मानव का स्वाभव ही नही बल्कि ये मानव के लिए अवसर है..
अपनी कमियों को दूर कर,खुद को परिपूर्ण करना..
शायद ही कोई इंसान है जो पूर्ण है..
पूर्ण वही है,
जिसने अपनी कमियों को पहचाना और उसे दूर कर खुद को पूर्ण किया..।
मनुष्य के लिए कठिन है कि वो अपनी कमियों को स्वीकार करें.. उससे भी कठिन है अपनी कमियों को पहचान कर उसे दूर करना..
जिसने ये कर लिया..
वही जिंदगी में सफल हुआ...।।
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