गुरुवार, 25 मई 2023

सफलता प्रकृति की नियति है..



 ये मायने नही रखता की आप कितनी बार गिरे,

मायने ये रखता है कि आप गिरने के बाद... क्या करते है..??

गिर के गिरे रहना, 

या फिर गिर के उठना,

या फिर गिर के उठकर फिर से चलना,

या फिर गिर के उठकर,फिर से चलकर,मंजिल पर पहुंचना...।।

ये आपको ही तय करना है कि, आपको क्या करना है..??

क्योंकि आपकी मंजिल, आपका नजरिया बदल देगा..

सफल हुए तो भी,असफल हुए तब भी...

मगर सफल होना जरूरी है..क्योंकि असफल लोगों के नजरियों का कोई मायने नही है..।

क्योंकि इतिहास ही नही बल्कि वर्तमान भी सफल लोगों को ही जानता/मानता है..।

आप स्वयं भी सफल व्यक्ति को ही जानते होंगे..।।

आप किसी ऐसे व्यक्ति को जानते है,जो असफल है..??

नही...बिल्कुल नही.. जानते होंगे..।।

तो...क्या सोचते है...🤔???

सफल होना है या नही...??

क्योंकि...

सफलता ही प्रकृति की नियति है..

क्या आप प्रकृति के नियति के खिलाफ जाएंगे...??

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