हममें से ~90% लोग खुद को नही बदल पाते..
आखिर क्यों..??
क्योंकि पानी से भरे गिलास को फिर से नही भरा जा सकता है..जबतक की गिलास को खाली न किया जाय..।
हमलोगों का भी हाल पानी से भरे गिलास की तरह है,हमसब खुद को बदलना तो चाहते है..मगर अपने अंदर जमी पुरानी आदतों को नही छोड़ पाते..।।
जबतक हम खुद को खाली नही करेंगे तबतक उसके जगह नई आदते नही ले सकता है..।।
ये आसान काम नही है..
क्योंकि हममें उतना ताकत नही है कि, खुद को खाली कर सकें..।
तो ताकत कंहा से लाये..?
इसे कंही से नही लाया जा सकता बल्कि जो ऊर्जा फालतू चीजों में बर्बाद हो रहा है, उसे चिन्हित करके उसे छोड़े और उस ऊर्जा को संचित करें..।।
अब आप खुद को खाली करें..
थोड़ा मनन कीजिये..
और सोचिये आप क्या-क्या छोड़ सकते है..जो आपके रास्ते का बाधक बन रहा है,और बन सकता है..।।
जब ही आप इन आदतों को छोड़ेंगे जिंदगी में नया बदलाव खुद-ब-खुद आ जायेगा..।।
जमा हुआ पानी बदबू देता है..अगर इसमें पानी का स्रोत खोल दिया जाय तो बदबू समाप्त हो जाता है...
इसी तरह गंदी आदतें भी आपको बदबूदार बना देगा..इसी लिए अच्छी आदतों को अपनाए और स्वयं को निखारें..
इसके लिए आपको सबसे पहले स्वयं को खाली करना होगा..।।