रविवार, 17 सितंबर 2023

तुम जिंदा हो



तुम जिंदा हो,

तुम्हारा शौभाग्य है,

यंहा हर रोज लोग मर रहे है,

कोई अपनी मौत,तो कोई बेमौत मर रहे है..।।

तुम जिंदा हो,तुम्हारा शौभाग्य है..

क्यों आये,और क्या कर रहे हो..??

पूछो खुद से,झकझोरो खुद को..

कब आंख लग जाये,और लगा ही रह जाये..

न तुम जानते हो,और न कोई और जानता है..।।

कुछ कार्य गर बचे हुए है,

तो जल्द-से-जल्द निपटा लो..

कब मौत की घड़ी आ जायेगी,

ये कोई नही जानता..।

तुम जिंदा हो,

तुम्हारा शौभाग्य है,

यंहा हर रोज लोग मर रहे है..

कोई अपनी मौत तो कोई बेमौत मर रहे है..।।

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