मैं कंहा ढूंढू तुम्हें..
अब तुम्हीं बताओ..
FB पे ढूंढा, इंस्टा पे ढूंढा..कंहा-कंहा नही ढूंढा,
कंही नही मिली तुम..
जिंदगी यू-ही बद-से-बद्तर होती गई मेरी..
काश तुम्हें ढूंढने से अच्छा,
खुद को निखारा होता..
FB पे होता,इंस्टा पे होता..
गूगल पे लोग मुझे भी ढूंढ रहे होते..
शायद तुम भी मुझे ढूंढ रही होती..।।
न ही मैं उस काबिल हो सका,
न ही मैं अब तेरे काबिल हो सका..।।
जिंदगी के कुछ लम्हें अब भी बचे है,
काश उसे सवार लूं, तो जिंदगी यू ही सवर जाएगी..।।
जब जिंदगी सवर जाएगी..
तब तुम भी मुझे,और मैं भी तुझे किसी राह पे यू ही मिल जाएंगे..।।
मैं कंहा ढूंढू तुम्हें..??
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