शुक्रवार, 6 अक्टूबर 2023

ब्रह्मांड और हम

हमें गर्व होना चाहिए कि हम इस ब्रह्मांड का हिस्सा है, साथ ही हमें अफसोस भी होना चाहिए...।।



क्यों..??

क्योंकि हम ब्रह्मांड का हिस्सा होकर भी इस ब्रह्मांड का हिस्सा नही है..।।

क्यों..??

सोचिए..।। तब तक सोचिए, जब तक कोई विचार न आये..।।

आपने गौर किया होगा इस ब्रह्मांड/पृथ्वी पर रहने वाले हरेक जीव-जंतु यंहा तक कि पेड़-पौधों को भी ब्रह्मांड में हो रही गतिविधियों का अहसास होता है.. आपको ये जानकर आश्चर्य होगा कि जिस वर्ष सौर तूफान आता है उस वर्ष पेडों की वलय बड़ी बन जाती है..।(सौर तूफान क्या है..गूगल पे सर्च कीजियेगा


इसका प्रभाव पूरे सोलर-सिस्टम पर पड़ता है,बस मनुष्य को छोड़कर😊 क्यों..?? क्योंकि हम सोशल मीडिया पे व्यस्त है..।।

खुद के लिए समय निकालें, आप ब्रह्मांड से खुद-ब-खुद जुड़ जाएंगे..

आज हमारी जिंदगी बहुत सरल हो गई है,हम जो चाहे वो आसानी से पा सकते है,उसके लिए हमें आज से 100वर्ष पहले इतना मेहनत नही करना पड़ेगा..। मगर अफसोस पहले इतना मेहनत करने के बाबजूद हमारे पास समय होता था,मगर आज..?? हमारे पास समय का अभाव है..

आखिर क्यों..??

हम अपनी समय कंहा जाया कर रहे है..??

जरा पूछिये खुद से..।।

जिस रोज ये समय जाया करना बंद कर देंगे उस रोज हम फिर से, इस ब्रह्मांड का हिस्सा बनना शुरू कर देंगे..

और हमें भी ब्रह्मांड में हो रही गतिविधियों का अहसास होना शुरू हो जायेगा..।।

ये पूरा ब्रह्मांड हमारा है,क्या हम इस ब्रह्मांड के हिस्सा है,अगर हां, तो इस ब्रह्मांड का नियमो का पालन कीजिए...अपना विस्तार कीजिये... क्योंकि ब्रह्मांड अभी यही कर रहा है..।।

अपना विस्तार कैसे करें..??

इक छोटी सी मुस्कान😊 बिखेर करके भी हम अपना विस्तार कर सकते है..।।

हमारी उत्पति इस ब्रह्मांड से हुई है,हमारा लालन-पालन इस ब्रह्मांड में हो रहा है,हमारी मृत्यु भी इस ब्रह्मांड में हो जाएगी..।। 

ये ब्रह्मांड आखिर है क्या..??

ब्रह्मांड शून्य है,इसे जानने और समझने के लिए शून्यता का अहसास करना होगा..।।

कैसे..??

आंखें बंद करके...😊

हमें गर्व होना चाहिए कि हम इस ब्रह्मांड का हिस्सा है, साथ ही हमें अफसोस भी होना चाहिए...।।

क्यों..??

क्योंकि हम ब्रह्मांड का हिस्सा होकर भी इस ब्रह्मांड का हिस्सा नही है..।।

क्यों..??

सोचिए..🤔 सोचने के बाद मुझे भी बताइए...😊

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