रविवार, 9 सितंबर 2018

असफल क्यों न हो?

असफल क्यों न हो?
क्योंकि आपकी असफलता सिर्फ आपकी ही नही होती,आपके असफलता के कारण कितने ही लोग असफल हो जाते है,जिस-जिस ने आपसे उम्मीद लगाई थी सबकी उम्मीद टूट जाती है,आपके असफलता के कारण।
 आपके असफलता के कारण कंही न कंही आप स्वयं तो पिछड़ते ही है,साथ ही आपका परिवार,आपका समाज भी पिछड़ जाता है,साथ ही वो सब पिछड़ जाते है,जिस-जिस ने प्रत्यक्ष-अप्रत्यक्ष रूप से आपके सफलता के कामना किये होते है।।
 इसलिय असफल न हो।।
क्योंकि असफलता आप से ज्यादा पीड़ादायी उनके लिए होता है,जिसने आपके लिए सफलता का कामना किया होता है,क्योंकि आप अपने असफलता का कारण ढूंढ लेते है,साथ ही सहानभूति भी प्राप्त कर लेते है।
 मगर उनका क्या जिसने आपसे सफलता की उम्मीद रखी थी,न ही वो आपके असफलता का कारण ढूंढ पाती है,ओर न ही सहानुभूतियां प्राप्त कर पाती है।।
 इसलिए असफल न हो।।
असफलता अन्धविश्वाश को जन्म देती है,इसलिय असफल न हो क्योंकि आपके चाहने वाले बेवजह आपके असफलता का जिम्मेवार दूसरे के ऊपर थोपने लगते है,जबकि आप अपनी असफलता का कारण जानते है।।

 "असफल इसलिए न हो क्योंकि आपकी असफलता आपसे ज्यादा दूसरे के लिए पीड़ादायी होती है"।
ओर ये कदाचित सही नही है कि आप अपने असफलता से दूसरों को तकलीफ दे,बल्कि अपने असफलता को सफलता में परिणित करके अपने चाहने वालो को खुद से ज्यादा उन्हें गौरवान्वित होने का मौका दे।।।

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