गुरुवार, 6 सितंबर 2018

क्या किसी के सफलता में शिक्षक का योगदान होता है?

हमारी सफलता में शिक्षक का योगदान अहम होता है,अगर नही होता तो आपका जीवन नीरस हो जाता,क्योंकि शिक्षक आपके जीवन मे उस समय बीज बो रहे होते है,जिस समय अंकुरण की संभावना सौ प्रतिसत होती है।
 मगर अफसोस कि बात है,की हमारे समाज मे उस तरह की शिक्षक की बहुत ही कमी है।
मगर तब भी आपके जीवन मे 1-2 शिक्षक की छवि जीवन भर उभरेगी क्योंकि उन्होंने आपके जीवन मे कुछ बदलाव लाया,शायद वो अब अवचेतन मन मे ही क्यों न चला गया हो मगर उन्होंने बदलाव जरूर लाया।।

 शिक्षक अगर ठान ले कि हम अपने छात्र को योग्य बनायेगें तो वो बना ही देगा,क्योंकि शिक्षक कुम्हार है,ओर बच्चे मिट्टी है,कुम्हार जो स्वरूप देगा वही स्वरूप उस मिट्टी का होगा।।
 आपने देखा होगा कोई छात्र पढ़ने में बहुत ही कमजोर होता है,मगर शिक्षक की एक बात उसके पूरे जिंदगी को बदल देता है।

 मगर वर्तमान समय मे ये स्वरूप बदलता जा रहा है।
न अब शिक्षक रहे न छात्र,क्योंकि शिक्षक अब दुकानदार बन गए है,ओर छात्र ग्राहक।।
 अब आपको स्कूल कॉलेज से ज्यादा छात्र आपको बड़े बड़े मल्टीस्टोर जैसे जो कोचिंग खुले हुए है उसमें छात्र नजर आएंगे।।
 शिक्षक तो छात्र को पहचानते ही नही क्योंकि उनके पास लिमिट समय होता है,टॉपिक को खत्म करने का,ओर छात्र गर्दन सीधा करते ही नही,शिक्षक को देखने के लिए उनका ध्यान सिर्फ लेखनी ओर प्रोजेक्टर पर दिखाई,ओर समझाई जा रही प्रजेंटेशन पे रहती है।।
 तो यंहा शिक्षक और छात्र में कोई संबंध बन ही नही पाता,ज्योहीं बनने वाला होता है,त्योंही उनका सिलेबस खत्म।।

 अब शिक्षक और संस्थान अपने ऊपर सिर्फ एक जिम्मेदारी लिए हुए है,किसी तरह सिर्फ सिलेबस खत्म किया जाय,उन्हें नैतिक शिक्षा से कोई दूर-दूर रिश्ता नही है।।

मगर आज भी कुछ शिक्षक है,जो अपने जिम्मेदारी को समझ रहे है,खासकर नैतिक जिम्मेदारी को,इसीलिए तो वो छात्र के ही नही इस समाज के भी प्रिय बन रहे है।।
 मगर इनकी संख्या इतनी बड़ी भीड़ में नग्न है।।

मगर आपके सफलता में शिक्षक का योगदान अहम है,वो अगर चाह ले तो आपकी असफलता को सफलता में परिणित कर देगा,अगर वो न चाहे तो आपकी सफलता भी असफलता में परिणित कर देगा।।
 मेरे भी कुछ सर् हुए,जिनकी छवि अभी भी बनी हुई है,अब तो सब की उभर गई,जितनी से भी पढ़ाई की उन सबकी,मगर उनमे से कुछ ही है,जिनके लिए मेरे हिर्दयस्थली में हमेशा।जगह होगा।।

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