मंगलवार, 21 नवंबर 2023

आप किस तरह की गलतियां करते है..

मनुष्य 4 तरह के होते है- गलतियों के आधार पे..आप किस तरह के है..??



i. पहले तरह के लोग वो होते है,जो गलतियां करते है,मगर उन्हें अपने गलतियों का अहसास ही नही होता है.. इसमें दो तरह के लोग होते है-1.अबोध-जिन्हें सही और गलत का पता ही नही चलता। 2. ऐसे लोग होते है,जिन्हें अपने ज्ञान, अभिमान के कारण अपने गलतियों का अहसास ही नही होता,या फिर वो गलतियां स्वीकारना ही नही चाहते..।। ऐसे लोगों की संख्या 10%के आसपास होती है..।

ii. दूसरे तरह के लोग, वो होते है...जो गलतियां करते है,और उन्हें अपने गलतियों का अहसास भी है,मगर वो उसे सुधारने का प्रयास नही करते... अगर करते भी है तो अनमने तरीके से,अगर गलती सुधार भी लिया तो फिर से उसी गलती को फिर से दोहराते है। ऐसे लोगों की संख्या सर्वाधिक है लगभग -80%

iii. तीसरे तरह के वो लोग होते है,जो गलती होते ही उसे सुधारने में लग जाते है,और फिर जीवन मे इस तरह की गलतियों को नही दुहराते है..। इसी तरह के लोग समाज मे सफल होते है और अपने लक्ष्यों को हासिल कर पाते है.. ऐसे लोगो की संख्या 5% के आसपास है..

iv.चौथे तरह के वो लोग होते है,जो गलतियां करने से बचते है,अगर गलती से गलती हो गया.. तो गलती क्यों हुआ....?? उस क्यों को ढूंढते है..और फिर इस तरह की गलतियां जीवन मे नही करते है..।। ऐसे लोगों की संख्या 1% से भी कम है....

 ये वो लोग हो जिसे हम-आप आदर्श मानते है..उनके जीवन से कुछ सीखना चाहते है,उनके जैसा बनना चाहते है..मगर अफसोस अपनी गलतियां सुधारना नही चाहते है..जिस रोज हम अपनी गलतियां सुधारना शुरू कर देंगे,उस रोज हम उस 85% के भीड़ से बाहर निकलना शुरू कर देंगे..

निर्णय हमें ही करना है..की हमें क्या करना है..??

-गलतियां करके भी गलतियों का अहसास नही करना है...

-गलतियों का अहसास करके भी उसे अनमने भाव से सुधारना है..

-गलतियां होते ही तत्पश्चात उसे सुधारने को अग्रसर हो जाना है, या फिर

-गलतियां करना ही नही है,अगर गलती से भी गलती हो जाये तो,गलती क्यों हुई उस क्यों को ढूंढना है..।।

निर्णय हमें ही करना है.. की हमें क्या करना है..

अगर अपने लक्ष्य को पाना है तो अपने गलतियों/खामियों/कमियों पे विजय पाना ही होगा..।।

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