माँ के बाद सारी दुनिया से अगर कोई लड़ सकती है, तो वो बहन ही है..
माँ के बाद खुद भूखे रहकर पहले मुझे खिला दे वो बहन ही है..
माँ के बाद बिना शर्त स्नेह उड़ेल दे वो बहन ही है..
माँ के बाद अगर कोई माँ का स्थान ले सके, तो वो बहन ही है..
अपना सबकुछ त्यागकर ,पराए घर चली जाए वो बहन ही है...उसके बाद भी स्नेह का न्यौछावर करें वो बहन ही है..।।
भावनाएं शब्दों पे हावी है..
सच कहूं तो मेरी बहना..
मैं तुमसब से उतना स्नेह नही करता.. जितना तुमसब करती हो..।
अगर करता तो मेरी भावनाएं इन शब्दों को उल्लिखित ही नही होने देती..
जितने शब्द लिखने छूट गए,मैं उतना ही तुमसब से स्नेह करता हूँ...।।
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