अगर हां,तो
धोने के बाद कपड़ा कैसा दिखता है..।
साफ दिखता है,हो सकता है कभी-कभी दाग पूरे नही हटते हो,मगर बार-बार प्रयास करने पर वो दाग हट जाते है..।
अगर तब भी नही हटता है, तो हम धोबी को दे देते है..।
मगर प्रयास नही छोड़ते..।।
दाग धुलते है..।।
जिंदगी का भी यही फलसफा है..
भले ही आपके जिंदगी में असफलता/अपयश के कई दाग लगे हो,अगर आप प्रयास करते रहेंगे तो एक दिन ये दाग धूल जाएंगे..।
सिर्फ धुलेंगे ही नही बल्कि आपके व्यक्तित्व को और बड़ा बनाएगा..।।
दरसल हम प्रयास ही नही करते..
एक-दो बार प्रयास करते है,और हम छोड़ देते है..।।
क्या हम उन कपड़ो के साथ ऐसा करते है..??
शायद नही,हमसे साफ न होने पर हम धोबी को देते है..।
इसी तरह जिंदगी में कई बार प्रयास करने पर असफल होने पर भी किसी अनुभवी व्यक्ति के पास जाए..
वो आपके शिक्षक,गुरु,माता-पिता,भाई-बहन कोई भी हो सकता है..।।
अगर इनके पास जाने से भी कतराते है तो उस परमपिता के पास जाए..।
उनके पास हरेक समस्याओं का समाधान है..।।
क्या हमारे पास धैर्य है..??
जब हम दाग को धोते है तो कई बार प्रयास करने के बाद दाग हटते है..इसे साफ करने में कभी-कभी मिनटों और घंटे भी लग जाते है..अगर तब भी नही होता,तो हम धोबी के पास कई दिन के लिए कपड़े को छोड़ देते है..।।
क्या व्यक्तित्व के दाग धुलने के लिए हमारे पास धैर्य है..??
शायद नही..
हम असफल होने के बाद खड़े तो होते है,कुछ कदम चलते है,सफलता न दिखने पर फिर हम थक हार जाते है..।।
आखिर क्यों..??
हम उन कपड़ो के साथ ऐसा व्यवहार तो नही करते,हम उसके दाग को धुलने के लिए अंत तक प्रयास करते है,जबतक दाग धूल न जाये..।।
इसी तरह जिंदगी में भी ताउम्र प्रयास करते रहना चाहिए जबतक असफलता/अपयश का दाग धूल न जाये..।।
क्योंकि दाग धुलते है..।।
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