तुम्हें जब भी भूल जाता हूँ..
मेरे अंतस मन में बैठी तुम्हारी यादें यू ही उभर आती है..
जैसे मुश्किलों में हृदय का धड़कना अहसास कराता है,जैसे वो भी शरीर का एक हिस्सा हो..।
आज फिर तुम मेरे सपनों में आई..
क्यों..??
मैं तो तुम्हें भूल चुका था..
मगर तुमने सपनों के द्वारा मेरे चेहरे पे फिर से मुस्कान लाया..।।
क्यों..??
मैं तो तुम्हें भूल चुका था..
मगर तुमने सपनों के द्वारा मेरे चेहरे पे फिर से मुस्कान लाया..।।
मेरे नीरस हो चुकी जिंदगी में फिर से थोड़ा खुशनुमा बनाने के लिए धन्यवाद..
यू ही कभी-कभी यादों में आकर मेरे बोझिल जिंदगी को
हल्का कर जाया करो..
यू ही मेरे यादों में आकर..
बेकार हो रही जिंदगी की महत्वता को बता जाया करो..
यू ही मेरे यादो में आकर..
कुछ हद से कर गुजर जाने का अहसास करा जाया करो..
यू ही तुम मेरे यादोँ में आकर..
अपना मौजूदगी का अहसास करा जाया करो..
नीरस हो गए चेहरे पे फिर से मुश्कान बिखेर जाया करो..।।
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