शुक्रवार, 20 जून 2025

सबकी अपनी-अपनी कहानी है..

सबकी अपनी-अपनी कहानी है,
हरेक के कहानी में गम की नुमानी है,
शायद ही कोई हो..
जिसकी कहानी में गम की नुमानी न हो..।
जिसके कहानी में गम की नुमानी न हो..
उसका यंहा रहना या न रहना..
दोनों बईमानी है..
सबकी अपनी-अपनी कहानी है.।


सबकी अपनी-अपनी कहानी,
अपनी-अपनी जुबानी है..।
मगर हरेक के कहानी में गम की नुमानी है...
किसी ने अपने कहानी को मजेदार बनाया है,
तो किसी ने अपने कहानी को बोझिल बनाया है..।
जबकि सबके कहानी में गम की नुमानी है..
तो फिर क्यों सबकी कहानी अलग-अलग सी है..
क्योंकि किसी ने गम को जिंदगी का हिस्सा बनाया,
तो किसी ने गम को साथी बनाया..
हममें से कुछ थे बड़े चालाक..
उन्होंने गम को अपने काबू में रखकर सफलता का इमारत बनाया..।।

सबकी अपनी-अपनी कहानी है,
हरेक के कहानी में गम की नुमानी है..।।

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