मंगलवार, 24 जून 2025

मैं क्या सोच रहा था..

सच हमेशा वो नही होता..
जो आप देखते है,और सुनते है..
सच इससे अलग भी हो सकता है..।।

अभी-अभी ऑटो से आ रहा था..और ऑटो में ग़दर फ़िल्म का गाना बज रहा था.."हो मैं निकला गड्डी लेकर...
वो गाना सुनके मैं भी गुनगुणाने लगा..
मगर बार-बार आवाज कम और ज्यादा हो रहा था..
जिसकारण मेरे अंदर ड्राइवर के प्रति नाराजगी उभरने लगा..
कुछ ही सेकंड के बाद ड्राइवर ने मुझसे कहा देखिए ना मोबाइल मैं क्या हो गया है..
आवाज खुद-ब-खुद कम हो जा रहा है..।
ये सुनते ही मुझे शर्मिंदगी महसूस हुआ..
मैं क्या सोच रहा था..
जबकि वास्तिवकता बिल्कुल इससे अलग था..।।

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