रविवार, 31 दिसंबर 2023
क्या हम अव्यवहारिक और चरित्रहीन होते जा रहे है..
मंगलवार, 26 दिसंबर 2023
उधम सिंह..नाम तो सुना ही होगा...
सोमवार, 25 दिसंबर 2023
हम क्रिसमस क्यों मनाते है..??
रविवार, 24 दिसंबर 2023
प्यार की पांति...बहुत जस्तुजु की
बुधवार, 6 दिसंबर 2023
हम BJP से क्या सीख सकते है..
मंगलवार, 5 दिसंबर 2023
कभी-कभी...
सोमवार, 4 दिसंबर 2023
जब मन अशांत होता है..
जब मन अशांत होता है
तो मैं समुन्द्र किनारे आ जाता हूं...
क्यों..???
क्योंकि अथाह समुन्द्र के आगे मेरा अशांत मन ,शांत हो जाता है...
जब कुछ बातें करनी होती है..
तो लहरों से बाते कर लेता हूँ...
क्यों..??
क्योंकि ये मेरे बातों का बुरा नही मानता..
कुछ शिकायत करनी होती है
तो ढलते हूए सूरज से कर लेता हूँ..
क्यों..??
क्योंकि सूरज डूबते ही मेरे शिकायत को भूल कर, अगले सुबह फिर से नई ऊर्जा भर देती है..
जब मन शांत और...बातें शिकायत खत्म हो जाती है..
तो मैं घर को चला आता हूँ..
इक नई ऊर्जा,एक नई उत्साह,एक नई उमंग,
इक नई उम्मीद लिए..
जब मन अशांत होता है..
गुरुवार, 30 नवंबर 2023
परम सत्य क्या है..क्या मृत्यु परम सत्य है..??
वासांसि जीर्णानि यथा विहाय
नवानि गृह्णाति नोरोपणानि।
तथा शरीराणि विहाय जीर्णान्य
न्यानि संयाति नवानि देहि।।
-जिस प्रकार मनुषय पुराने वस्त्रो को त्यागकर नए वस्त्र धारण करता है, उसी प्रकार आत्मा पुराने तथा व्यर्थ के शरीरों को त्याग कर नवीन शरीर धारण करता है।
तो अब आप बताए परम सत्य क्या है..??
मृत्यु या दुःख..??
बुधवार, 29 नवंबर 2023
वर्तमान में परवरिश क्यों जरूरी है..??
सोमवार, 27 नवंबर 2023
आज गुरुनानक जयंती है... क्यों..??
अजूनी सभम,
रविवार, 26 नवंबर 2023
संविधान दिवस.. एक औपचारिकता..??
प्यार की पाती... मालूम नही क्यों...
मंगलवार, 21 नवंबर 2023
आप किस तरह की गलतियां करते है..
मनुष्य 4 तरह के होते है- गलतियों के आधार पे..आप किस तरह के है..??
i. पहले तरह के लोग वो होते है,जो गलतियां करते है,मगर उन्हें अपने गलतियों का अहसास ही नही होता है.. इसमें दो तरह के लोग होते है-1.अबोध-जिन्हें सही और गलत का पता ही नही चलता। 2. ऐसे लोग होते है,जिन्हें अपने ज्ञान, अभिमान के कारण अपने गलतियों का अहसास ही नही होता,या फिर वो गलतियां स्वीकारना ही नही चाहते..।। ऐसे लोगों की संख्या 10%के आसपास होती है..।
ii. दूसरे तरह के लोग, वो होते है...जो गलतियां करते है,और उन्हें अपने गलतियों का अहसास भी है,मगर वो उसे सुधारने का प्रयास नही करते... अगर करते भी है तो अनमने तरीके से,अगर गलती सुधार भी लिया तो फिर से उसी गलती को फिर से दोहराते है। ऐसे लोगों की संख्या सर्वाधिक है लगभग -80%
iii. तीसरे तरह के वो लोग होते है,जो गलती होते ही उसे सुधारने में लग जाते है,और फिर जीवन मे इस तरह की गलतियों को नही दुहराते है..। इसी तरह के लोग समाज मे सफल होते है और अपने लक्ष्यों को हासिल कर पाते है.. ऐसे लोगो की संख्या 5% के आसपास है..
iv.चौथे तरह के वो लोग होते है,जो गलतियां करने से बचते है,अगर गलती से गलती हो गया.. तो गलती क्यों हुआ....?? उस क्यों को ढूंढते है..और फिर इस तरह की गलतियां जीवन मे नही करते है..।। ऐसे लोगों की संख्या 1% से भी कम है....
ये वो लोग हो जिसे हम-आप आदर्श मानते है..उनके जीवन से कुछ सीखना चाहते है,उनके जैसा बनना चाहते है..मगर अफसोस अपनी गलतियां सुधारना नही चाहते है..जिस रोज हम अपनी गलतियां सुधारना शुरू कर देंगे,उस रोज हम उस 85% के भीड़ से बाहर निकलना शुरू कर देंगे..
निर्णय हमें ही करना है..की हमें क्या करना है..??
-गलतियां करके भी गलतियों का अहसास नही करना है...
-गलतियों का अहसास करके भी उसे अनमने भाव से सुधारना है..
-गलतियां होते ही तत्पश्चात उसे सुधारने को अग्रसर हो जाना है, या फिर
-गलतियां करना ही नही है,अगर गलती से भी गलती हो जाये तो,गलती क्यों हुई उस क्यों को ढूंढना है..।।
निर्णय हमें ही करना है.. की हमें क्या करना है..
अगर अपने लक्ष्य को पाना है तो अपने गलतियों/खामियों/कमियों पे विजय पाना ही होगा..।।
हरेक सवाल का जबाब
अब आइने में चेहरे
अब आइने में चेहरे बदसूरत दिखने लगे है..
चेहरे पे धूल जम गई है,या फिर आइने पे धूल जम गई है..
सच कहूं तो न आइने पे धूल जमी है,न ही चेहरे पे धूल जमी है..
दृढ़ता,संकल्पता,अनुशासनहीनता के कारण चेहरा धूल धूसरित होती जा रही है..।
आइने के धूल भी हट जायेंगे, और चेहरे का धूल भी धुल जाएंगे..
मगर जो गवाया है,उसे कैसे हासिल कर पाएंगे..??
अब जो गवा दिया,सो गवा दिया..उसके लिए अफसोस क्या करना...
अब जो पा सकते है,उसे पाने का प्रयत्न करें...।।
हमेशा एक राहें खुली रहती है,जब सारे राहें बंद हो जाती है..
उस राहें पे तो चलना मुझे ही है..
इन राहों पे चल के ही,चेहरे पे जमी धूल, धुल पाएगी..
निर्णय मुझे ही करना है...
चेहरे पे जमी धूल से, इस चेहरे को धूल-धूसरित होने दु...
या फिर चेहरे पे जमी धूल को, धुल कर इक मुस्कान बिखरने दूं..
सोमवार, 13 नवंबर 2023
कमर कस हुंकार भर...
कमर कस, हुंकार भर।
अपनी कमियों को ललकार कर,
युद्धभूमि में सीना तानकर..
अपने कमियों पर प्रहार कर..।
अपने तरकश से पहला बाण निकालकर,
अपने काम(क्रोध,मोह) पर तुम वार कर।
दूसरे बाण से तुम अपने आलस्य पर प्रहार कर।
और तीसरे बाण से तुम अपने अंतर्द्वंद्व पर वार कर।
अगर इससे भी न हो, तो आखरी अस्त्र इस्तेमाल कर,
पुनर्जीवन(ध्यान) को स्वीकार कर..
फिर से अंकुरित होकर अपने आप को स्वीकार कर..।।
कमर कस,हुंकार भर
अपने कमियों को ललकार कर
युद्धभूमि में सीना तानकर..
अपने कमियों पर प्रहार कर..।
शुक्रवार, 27 अक्टूबर 2023
आप उदास क्यों है..??
आपने कभी सोचा है..??
आपके उदासी का कारण क्या है..??
थोड़ी देर सोचिए...🤔
हमारे उदासी का कारण हमारा संघर्ष है.. और संघर्ष किसके जीवन मे नही है..??
ये जीवन ही संघर्ष है,और बिना संघर्ष के जीवन, है ही नही..
तब, फिर हम उदास क्यों है..??
क्योंकि हम संघर्ष से भागना चाहते है..और भागते रहते है,और एक दिन थक जाते है..और तब,दुःख की शुरुआत होती है..।।
आंखे बंद कीजिए... और अपने मन मे किसी 5 बड़े व्यक्तित्व का नाम सोचिए वो किसी भी क्षेत्र से हो सकते है... आँखें बंद करके सोचिए तो सही...😔
अब आप खुद से पूछिए की..आप उन्हें क्यों जानते है..??
शायद इसलिए कि वो सफल व्यक्ति है/थे....
नही....इसलिए हम उन्हें जानते है कि, उन्होंने संघर्ष का सहर्ष सामना किया...।।
और हम क्या कर रहें है..??संघर्ष से बचना चाहते है..हम जितना बचना चाहते है..संघर्ष उतना ही बढ़ता जाता है..और वो जितना बढ़ता जाता है,हम उतना ही दुःखी होते चले जाते है...।।
और जिस क्षण हम इन संघर्षों का सामना शुरू कर देते है,उसी क्षण से दुःख कम होता चला जाता है..।।
अब निर्णय आपको करना है..
जिंदगी को ताउम्र बोझिल बनाना है...या फिर संघर्ष को सहर्ष स्वीकार कर..स्वर्णाक्षर में अपना नाम खुदवाना है....
निर्णय तो हमें ही करना होगा..
क्या होता अगर..??
•गांधी पिट्सबर्ग के बेज्जती से आहत होकर अगर भारत चले आते..तो कौन जानता इन्हें..??
• एडिसन की माँ, अगर टीचर की बात मान लेती तो कौन जान पाता इस थौक के आविष्कारक को...
•क्या होता अगर स्टीव जॉब्स अपने ही बनाये कंपनी से निकाले जाने के बाद हताश हो जाते...तो शायद आज ये भारत की GDP के समांतर कमाई करने वाली कंपनी नही होती..
•क्या होता अगर यूक्रेन रसिया से संघर्ष करना छोड़ देता..और आज अगर इजरायल संघर्ष करना छोड़ दे तो... शायद अस्तित्व ही न बचे...
और हम क्या कर रहे है..
संघर्ष से बचना चाहते है...
हम जितना संघर्ष से बचना चाहेंगे,उतना ही हम दुःखी होते चले जायेंगे...
अब निर्णय हमें ही करना है....।।
मुस्कुराइए😊....क्योंकि आपकी मुस्कुराहट आपके संघर्ष को आसना बनायेगी...।।
मंगलवार, 24 अक्टूबर 2023
राम ने रावण को क्यों मारा
हममें से अक्सरहां को पता होगा.. की..
राम ने रावण को क्यों मारा..??
मगर सच कहूं तो,जो आप सोच रहे है..वो जबाब सही नही है..
राम कभी रावण को मारने के पक्ष में थे ही नही..
इसिलिय तो उन्होंने अगंद को शांति दूत बना करके भेजे..
मगर परिणाम क्या हुआ....
परिणाम ये हुआ कि राम को रावण को मारने के लिए विवश होना पड़ा.. आखिर क्यों..???
"अहंकार" रावण का अहंकार रावण से बड़ा हो गया था,जो उसका मौत का कारण बना..।।
आज हम सब में, कुछ हो न हो अहंकार भड़ा पड़ा हुआ..
अहंकार से ही क्रोध की उत्पत्ति होती है..
और क्रोध की उत्पत्ति से ही,मनुष्य की दुर्गति होती है..।।
निर्णय आपको करना है..??
की आप क्या चाहते है..
अपने अहंकार को काबू में करना चाहते है या फिर दुर्गति को प्राप्त करना चाहते है..
अहंकार को काबू में कैसे करें..??
मौन रहे...।।
इस विजयदशमी को अंदर के रावण को मारे..
रावण कौन है.. वो हमारे बुराइयों के प्रतीक है..
अपने सबसे बड़े बुराई को पहचाने और इस विजयदशमी को उसपे विजय पाने का प्रण करें...।।
विजयदशमी की ढेर सारी शुभकामनाएं...
सोमवार, 23 अक्टूबर 2023
मैं विलीन हो जाना चाहता हूं..
मैं प्रेम में डूबना चाहता हूं,बुद्ध की तरह...
मैं निरंतर बहना चाहता हूं..नदी की तरह..
मैं मुस्कुराना चाहता हूं..फूल की तरह..
मैं जलना चाहता हूं..सूर्य की तरह..
मैं विलीन हो जाना चाहता हूँ...शून्य की तरह..
रविवार, 22 अक्टूबर 2023
क्या हम अपनी घर की देवियों का सम्मान करते है..??
यत्र नार्यस्तु पूज्यन्ते रमन्ते तत्र देवताः ।
यत्रैतास्तु न पूज्यन्ते सर्वास्तत्राफलाः क्रियाः ।।-
हमलोग कछुआ और खरगोश की कहानी बचपन से ही सुनते आ रहें है.. इस कहानी में अभी तक खरगोश जीत नही पाया है.. आखिर क्यों..?? कभी इस और ध्यान गया है....
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क्या आपको बच्चों की किलकारिया परेशान करता है..?? अगर हां.. . तो आपको सोचने की जरूरत है.. की, क्या आप जिंदा है या फिर मशीन बन(मर) चुके है..। ...
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शिव कौन है...?? जरा सोचिए🤔...आपके अनुसार शिव कौन है..?? मेरे अनुसार..सवाल ही गलत है..।। शिव कौन नही है..?? जो कुछ भी है सब शिवत्व ही है..।।...