मंगलवार, 2 जुलाई 2024

मेरी माँ

मेरी माँ,
मेरी सफलता के लिए..
कितनी मन्नतें मानी थी..
मगर मैं,
सफल ही नही हुआ..।

आज फिर उस खुदा को..
ढेर सारे गिले-शिकवे सुनने को मिला होगा..।।

आखिर कैसे कहुँ माँ...
में तुझसे..
मैं अपनी असफलता के लिए खुद ही जिम्मेदार हूँ..
तेरा खुदा नही..
वो तो सदा, तुम्हारे साथ है..।।

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