शुक्रवार, 26 जुलाई 2024

हम खुद..

हम खुद गुनाहगार है,
उन हर परिस्थितियों के लिए,
जिन परिस्थितियों से आज जूझना पड़ रहा है..।।

हम खुद कसूरवार है,
उस हर सजा के लिए,
जिसे आज हम भुगतने को मजबूर है..।।

हम खुद जिम्मेदार है..
उन सभी असफलताओं के लिए
जिससे आज सामना करना पड़ रहा है..

नसीब और भाग्य तो..
असफल लोगों के लिए, 
सबसे अच्छी बैसाखी है..
जो ताउम्र अपनी असफलताओं को छुपाने का काम करती है..

कुछ ही खुशनसीब होते है..
जो अपने नसीब और भाग्य को दरकिनार कर,
अपने कर्मो के द्वारा 
अपनी असफलताओं को सफलता में परिवर्तित कर पाते है..।।


                सफलता प्रकृति की नियति है..
                 अगर आप प्रकृति से जुड़े है,
        तो वो आपको सफल करा के ही मानेंगी..।।

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