सोमवार, 10 फ़रवरी 2025

उदास मत होइए..

उदास मत होइए जनाब..
हरेक शाम सूरज ढलता है..
और एक नए उर्जा के साथ अगली सुबह उगता है..
धैर्य रखें...
एक न एक दिन सूरज सिर्फ उगेगा ही नही बल्कि पूर्णतया खिलेगा..
शर्त बस यही है कि..
क्या आप में,उतना धैर्य है..
अगर धैर्य है..
तो आपके जीवन मे भी, सूरज खिलेगा ही नही, 
बल्कि पूर्णतया सूरज की रोशनी बिखरेगी..



उदास मत होइए जनाब..
कभी-कभी आसमां में एक तारा भी नही दिखता..
मगर कभी-कभी आसमां तारों से भरा होता है..
धैर्य रखें जनाब..
वो तारों भरी रात एक दिन जरूर आएगा...

उदास मत होइए जनाब..
पतझड़ के मौसम में पूरा जंगल वीरान हो जाता है..
और मानसून आते ही पूरा जंगल हरियाली से भर जाता है..
धैर्य रखें जनाब...
एक दिन आपके जिंदगी में भी वसन्त जरूर आएगा..।।

उदास मत होइए जनाब..
अपनी उदासी का कारण ढूंढिए..
अगर कारण मिल जाये..
तो उसका समाधान ढूंढिए ..
ऐसा कोइ समस्या नही जिसका समाधान न हो..
ऐसा कोई इंसान नही जो समस्या से बलवान न हो..।।

अपने अंतर्मन में झांकिए..
आप पूर्ण है,आप परिपूर्ण है..
उदास मत होइए जनाब..


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