शुक्रवार, 11 अक्टूबर 2024

सफलता के प्रेरणास्रोत अमिताभ बच्चन

जिंदगी कभी एक समान नही रहती..
इसमें उतार चढ़ाव आता ही रहता है..
कुछ लोग इस उतार-चढ़ाव से घबरा जाते है..
और कंही खो जाते है..
और कुछ लोग इसका सामना करके नए कीर्तिमान रच देते है..
उन्ही में से एक सदी के महानायक अमिताभ बच्चन जी है जिनका आज 82 वा जन्मदिन है..



आज भी वो भारत के आम युवाओं से ज्यादा काम करते है..
सिर्फ काम ही नही बल्कि अपने काम से प्यार करते है..
और अपने नैतिक विचार और व्यवहार के कारण हरेक भारतीयो के दिल मे अपना जगह बनाये हुए है..।।

उनके जिंदगी से बहुत कुछ सीखा जा सकता है..
एक समय था जब वो सफलता के ऊंचाइयों पे पहुंच गए थे,और इनके आस-पास कोई नही था..
फिर एक समय आया जब ये असफलता के इतनी गहराइयों तक पहुंच गए थे कि इनकी मदद करने वाला तक कोई नही था..
इन्होंने हिम्मत नही हारी बल्कि जिंदगी की दूसरी पारी शुरुआत की..
कभी डायरेक्टर जो इनका चक्कर लगाया करता था..बुरे समय मे इन्हें डायरेक्टर का चक्कर लगाना पड़ा हरेक जगह से खाली हाथ ही लौटना पड़ता था..
यंहा तक कि यश चोपड़ा ने काम के जगह चेक दिया इन्होंने लेने से इंकार कर दिया और कहा अगर कोई काम हो तो दीजिये..

फिर काम के ही तलाश में पहुंच गए छोटे पर्दे तक  और नया इतिहास रच दिया "कौन बनेगा करोड़पति" शो करके..
और फिर अबतक पीछे मुड़ के नही देखा..और ये यात्रा अब तक जारी है..

वो वास्तव में हीरो है..
दरसल हीरो वो होता है जो समाज मे बदलाव लाता है..
और वो अपने कार्यों से ला रहे है..
हम उनसे बहुत कुछ सीख सकते है..
सबसे पहले तो हम उनसे सीख सकते है कि कैसे बात की जाती है..चाहे बड़े हो या छोटे सबके साथ आदरपूर्वक बात की जानी चाहिए..
जिंदगी में भले ही कितनी बुरी परिस्थिति हो हार ना माने..
अगर आप डटे रहेंगे तो सफलता जरूर मिलेगी..
काम चाहे कोई भी हो..अगर वो आपकी जरूरतों को पूरा करता हो,तो अपने काम से प्यार करें..
परिवार और समाज के प्रति जो हमारा दायित्व है उसे भी पूरा करना हमारा कर्तव्य है..
अपने आर्थिक हित के लिए अपने नैतिकता को दांव पर नही लगाए(उन्होंने कभी भी धूम्रपान का ऐड नही किया)
सबसे बड़ी बात अगर आज हम अमिताभ बच्चन को जानते है तो क्यों..क्योंकि वो आज भी कार्यरत है..
जबतक जिंदगी है,तबतक कार्य करते रहें अन्यथा कोई याद नही करेगा..
आज की जेनरेशन उनके दौर के कितने कलाकार को जानते है शायद एक को भी नही..

इसीलिए अगर जिंदा है तो चलते रहे...
और अपने जीवंतता का प्रमाण देते रहे..
अन्यथा सिर्फ दुनिया ही नही बल्कि अपने भी भूल जाते है..



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