तो घर से बाहर निकलिये...
आपसे भी ज्यादा संघर्ष औरों के जीवन मे है..
मगर वो संघर्ष से भाग नही रहे है..
बल्कि वो संघर्ष से लड़ रहे है और उस पर विजय पा रहे है..
आपने हाल ही मैं पैराओलंपिक में भारतीयों को पदक लेते हुए देखा होगा(अफसोस भारत की 75% आबादी को पता ही नही है)उन पैराओलंपिक खिलाड़ियों में आधे से ज्यादा के जीवन मे इतना संघर्ष था कि उनके चाहने वालों भी उनके मरने की कामना करते थे..।।
आपके चाहने वाले आपको जीता देखना चाहते है..।।
संघर्ष से घबराए नही..
बल्कि मुस्कुराते हुए सुनहरा भविष्य का स्वागत करने के लिए तैयार हो जाइए..
संघर्ष ही तो मनुष्य को निखारता है..
भला कौन है इस धरा पे जिसे बिना संघर्ष के कामयाबी मिला है..
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