सोमवार, 13 जनवरी 2025

जब कुछ ना समझ आये..

सुबह-सुबह बाइक से आ रहा था..
और मेरे सामने एक मौन मुस्कान लेकर एक बूढ़ी महिला सामने आ गई,वो असमंजस में थी कि इधर जाऊ की उधर..मैंने अपनी गाड़ी स्लो किया और वो, एक तरफ से मुस्कुराते हुए निकल गई..।।


ऐसी घटनाएं हममें से अक्सरहाँ लोगों के साथ कभी-न-कभी हुआ ही होगा..मगर हम इससे सीखते क्या है..??

जब जिंदगी में हताश और निराश हो, और कोई रास्ता ना दिखे, तो सबकुछ ऊपर वाले के ऊपर छोड़ दे,विश्वास के साथ...।।
वो आपके लिए बेहतर ही करेंगे..विश्वास रखें वो बेहतर रास्ते पे ले जाएंगे..।।

मगर आज हममें, विश्वास और धैर्य की कमी है..।।
जिस वजह से भगवान अच्छा तो करना चाहते है,मगर उससे पहले ही हम कुछ और कर बैठते है..।।
"जब कुछ न समझ में आये,तो एकबार सबकुछ उसके ऊपर छोड़के देखे,सबकुछ अच्छा होगा"।।

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