शुक्रवार, 24 जनवरी 2025

क्या चमत्कार होता है..

हम मनुष्य आज से ही नही बल्कि जब से सोचने-समझने की शक्ति हासिल किया, तब से ही चमत्कार शब्द का ईजाद किया..


क्या सच मे चमत्कार होता है..??
सच कहूं तो शायद नही..
प्राचीनकाल से ही मनुष्य चमत्कार की बात करते आया है..
जो चीज उन्हें समझ नही आता था,या फिर जो चीज वो नही कर पाते उसे वो चमत्कार मान लेते थे..

हम आज भी तो यही कर रहा है..
हमें जो चीज समझ मे नही आता उसे चमत्कार मान बैठते है..
और उसकी पूजा करना शुरू कर देते है..
हमारे समाज मैं कई ऐसे लोग मिल जाएंगे जो आज भी किसी चमत्कार के आस मैं बैठे हुए है..ऐसे लोगों के जीवन में कभी चमत्कार नही होता..

अगर चमत्कार होता है तो किसके साथ होता है..??
अगर आपने चमत्कार के बारे मे सुना है तो कुछ हद तक सही ही होगा..मगर आपने किसके बारे मे सुना है..
मुझे पूरा उम्मीद है कि आपने कोई भी चमत्कार किसी आम आदमी के जीवन मे घटित होने के बारे में नही सुना होगा..।।

चमत्कार अक्सरहाँ कठिन परिश्रमी और दृढ़निश्चयी व्यक्ति के ही जीवन में घटित होता है..दरसल ये कोई चमत्कार नही बल्कि उनके परिश्रम का फल होता है..
जब हम उस स्तर का मेहनत नही कर पाते तो उसे चमत्कार मान लेते है..।।

अगर चमत्कार होता तो,
वो किसी के भी जीवन में हो सकता था/है..।
मगर नही,
चमत्कार उन्हीं के जीवन में होता है,
जो अपने परिश्रम,साहस,दृढ़ता,धैर्य और विश्वास से अपने कर्तव्य पथ पे अड़िग रहते है..
अक्सरहाँ उन्ही के जीवन में चमत्कार होता है..।।

क्या आप भी अपने जीवन में चमत्कार लाना चाहते है..
तो कठिन परिश्रम,साहस,दृढ़ता, धैर्य और आत्मविश्वास की क्षमता को विकसित करें.. 
तब देखिए जिंदगी में चमत्कार कैसे होता है..
ये चमत्कार आपको नही बल्कि औरों को दिखेगा..।।

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